Postnatal Care during COVID-19 – Hindi
Aug 14 2020 / Posted in
यह दस्तावेज़ कोविड-19 महामारी के दौरान महाराष्ट्र की माताओं के लिए प्रसवोत्तर देखभाल पर मार्गदर्शन करता है। इसमें यह बताया गया है कि अगर मां कोविड-पॉजिटिव है, तब भी उसे स्तनपान कराना जारी रखना चाहिए, और मां को बच्चे से अलग करने की आवश्यकता नहीं है। मुख्य सावधानियों में बच्चे के संपर्क में आने से पहले और बाद में हाथ धोना,
स्तनपान कराते समय मास्क पहनना और मां द्वारा छुए गए सतहों को सैनिटाइज करना शामिल है। अगर मां स्तनपान कराने में असमर्थ है, तो वह दूध निकालकर बच्चे को पिलाने के लिए दे सकती है। दस्तावेज़ में महामारी के दौरान टीकाकरण जैसी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने पर भी चर्चा की गई है, जिसमें कोविड-19 के जोखिमों को कम करने के लिए कुछ समायोजन किए गए हैं।
इसमें बच्चे के जन्म के पहले घंटे में स्तनपान शुरू करने और छह महीने तक केवल स्तनपान जारी रखने के महत्व को रेखांकित किया गया है। छह महीने के बाद पूरक आहार शुरू किया जाना चाहिए और दो साल या उससे अधिक समय तक स्तनपान जारी रहना चाहिए। कंटेनमेंट या बफर जोन में रहने वाली माताओं के लिए, स्वास्थ्य सेवाओं को सुरक्षित तरीके से पहुंचाने के लिए विशेष प्रोटोकॉल बताए गए हैं, जिनमें टीकाकरण शामिल है। इन दिशानिर्देशों में आगंतुकों की संख्या को कम से कम रखने और स्वच्छता प्रथाओं का कड़ाई से पालन करने की सिफारिश की गई है। दस्तावेज़ में माताओं और बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए विस्तृत निर्देश भी दिए गए हैं।
सारांश में, यह दस्तावेज़ कोविड-19 के दौरान माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करता है, जिसमें स्तनपान, टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षित प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसमें बच्चों की सुरक्षा के लिए स्तनपान के महत्व को उजागर किया गया है और महामारी की स्थिति में मां और बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय बताए गए हैं।
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